स्कूली बच्चे की मौत मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। कलेक्टर के निर्देश पर अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल पिछले दिनों 9वीं के छात्र की मौत हो गयी थी। इस मामले में परिजनों ने छात्रावास प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाये थे। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुएकार्रवाई की मांग की थी। मामला जीपीएम जिले के पेंड्रा का है, जहां एकलव्य आदिवासी आवासीय छात्रावास लाटा में 9वीं एक छात्र की मौत हो गयी थी।
एकलव्य आदर्श संयुक्त आवासीय विद्यालय लाटा के 9वी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की मौत मामले में जिला प्रशासन की बड़ी कार्यवाही की है। एकलव्य आदर्श संयुक्त आवासीय विद्यालय लाटा अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। अधीक्षक पर लापरवाही बरतने का आरोप है। दरअसल पेंड्रा के सरखोर गांव का रहने वाला शिवम सिंह श्याम संयुक्त आवासीय विद्यालय लाटा में पढ़ाई करता था।
शिवम के पिता रेवा सिंह के पास 10 मार्च को छात्रावास से फ़ोन आया और बेटे शिवम से उनकी बात हुई। बेटा ने कहा कि 11 मार्च को उन्हें लेने के लिए आ जाये। 11 मार्च की दोपहर रेवा टिकरकला स्थित छात्रावास पहुंचे और बेटे की स्थिति देखकर उसे तत्काल अपने साथ घर ले आए, बच्चे की स्थिति काफी गंभीर थी। परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
स्थिति बिगड़ती देख 11 मार्च को ही इलाज़ के लिए बिलासपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बिलासपुर में 12 मार्च को शिवम की मौत हो गई। घर में शिवम ने छात्रावास को लेकर कई गंभीर शिकायत की थी। छात्रावास अधीक्षक के द्वारा बच्चो को परिजनों से मोबाइल पर बात तक नहीं करवाते, अगर वहां का चौकीदार परिजनों से बच्चो करता है तो पैसा लेता है। परिजनों का कहना था कि उनका शिवम पिछले तीन से चार दिनों से बीमार था पर उसकी बात परिजनों से नही कराई न ही उसे इलाज़ के लिए अस्पताल लाया गया।आखिर कार शिवम की मौत हो गई।