छत्तीसगढ़ में सरकार के बदलाव के बाद एसीबी लगातार रिश्वतखोर कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई कर रही है। लेकिन राजस्व विभाग में रिश्वतखोरी का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। ताजा मामला बिलासपुर जिले का है, यहां एक पटवारी का 30 हजार से ज्यादा भिखारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आरोप है कि पटवारी ने ग्रामीण क्षेत्र की जमीन को जमीन पर चढ़ाने के साथ ही लोन बुक जारी करने के लिए 60 हजार रुपये मांगे थे। पीड़ित ग्रामीण ने पटवारी को 30 हजार लोगों के लिए वीडियो बनाने के बाद अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
रिश्वतखोरी का ये पूरा मामला रतनपुर तहसील के ग्राम पचरा का है। जानकारी के अनुसार पचरा ग्राम निवासी केवल दास मानिकपुरी को 1984-85 में सरकारी लीज मिली थी। उन्होंने अपनी जमीन का रिकॉर्ड दर्ज कर ऋण पुस्तिका के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन किया था। इस कार्य के अध्ययन में पटवारी अनिकेत साव ने ग्रामीण से 60 हजार पीको की मांग की थी। ग्रामीण केवल दास मानिकपुरी ने बताया कि 26 दिसंबर 2024 को उन्होंने पटवारी को 30 हजार रुपये दिए थे। लेकिन आधा पैसा लेने के बाद भी पटवारी ने रिकॉर्ड अपडेट नहीं किया। पटवारी द्वारा बैंकी के 30 हजार मटर के दाने के बाद रिकार्ड अपडेट करने की बात ग्रामीण ग्रामीण को कुचया जा रही थी।
इस मामले की शिकायत दर्ज कराई गई है। साथ ही केवल दास मानिकपुरी ने पटवारी को रिश्वत में 30 घायल करने का वीडियो भी पेश किया है। पटवारी का पैसे लेने का वीडियो वायरल होने के बाद जहां राजस्व विभाग में हंगामा मच गया है। वहीं इस मामले की शिकायत आने के बाद डेमोक्रेट ने मामले की जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई करने की बात कही है। ग्रामीण ने अभियोजक से लेकर 30 हजार की रकम वापस लेने की मांग की है।